मेमोरी (Computer Memory )
Types of Computer Memory
कंप्यूटर मेमोरी डेटा को Process करने और आउटपुट देने
के लिए आवश्यक डेटा और निर्देशों को रखती है। कंप्यूटर मेमोरी को बड़ी संख्या में
छोटे भागों में विभाजित किया जाता है, जिन्हें Cells के रूप में जाना जाता है।
प्रत्येक सेल का एक विशिष्ट पता होता है।
कंप्यूटर की मेमोरी दो प्रकार की होती है: वोलेटाइल (RAM) और नॉन-वोलेटाइल (ROM) द्वितीयक मेमोरी (हार्ड डिस्क) को स्टोरेज कहा जाता है मेमोरी नहीं।
लेकिन, अगर हम जगह या स्थान के आधार पर
मेमोरी को वर्गीकृत करते हैं, तो यह चार प्रकार की होती है -
1.
रजिस्टर मेमोरी (Register Memory )
2.
कैश मेमरी (Cache Memory )
3.
प्राथमिक मेमरी (Primary Memory )
4.
द्वितीयक मेमरी (Secondary Memory )
1. रजिस्टर मेमोरी ( What is Register Memory )
रजिस्टर मेमोरी कंप्यूटर में सबसे छोटी और सबसे तेज
मेमोरी होती है। यह मुख्य मेमोरी का हिस्सा नहीं है यह CPU में Register के रूप
मैं स्थित होती है, जो डेटा रखने वाले सबसे छोटे Elements हैं। एक रजिस्टर
अस्थायी रूप से Frequently उपयोग किए जाने वाले डेटा, निर्देशों और मेमोरी के
एड्रेस को धारण (Hold) करता है जो सीपीयू द्वारा उपयोग किये जायेंगे ।एवं इनमे वे
निर्देश भी होते हैं जो वर्तमान में सीपीयू द्वारा Processed होते
हैं।
Registers 32 बिट्स से लेकर 64 बिट्स तक के डेटा का कुछ parts Hold करते हैं सीपीयू की गति सीपीयू में निर्मित रजिस्टरों की संख्या और आकार (बिट्स की संख्या) पर निर्भर करती है। रजिस्टर उनके उपयोग के आधार पर विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं। व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले कुछ रजिस्टरों के नाम -
- एक्यूमुलेटर या एसी, (Accumulator or AC
- डेटा रजिस्टर या डीआर, (Data Register or DR
- एड्रेस रजिस्टर या एआर, (Address Register or AR
- प्रोग्राम काउंटर (पीसी), (Program Counter (PC)
- आई / ओ एड्रेस रजिस्टर, ( I/O Address Register
2. कैश स्मृति (What is Cache Memory)
कैश स्मृति ("कैश" ) अस्थिर कंप्यूटर स्मृति
है यह मेमोरी अन्य मेमोरी की तुलना में तेज़ प्रोसेसिंग करने वाली होती है जो कंप्यूटर
में सीपीयू के प्रोसेसर को उच्च गति से ऑपरेट करने में मदद करती है। कैश स्मृति को निम्न चार भागों में बाँट कर अध्यन
करते हैं।
कैश मेमोरी के प्रकार
लेवल 1- यह एक प्रकार की मेमोरी होती है जो डाटा सेव और एक्सेप्ट करने का कार्य करती है बाद में यह डाटा सीपीयू में सेव हो जाता है।
लेवल 2 - यह मेमोरी
बाकि अन्य मेमोरी से अधिक तीव्र और त्वरित प्रोसेसिंग करने वाली होती है अस्थाई डाटा
को त्वरित एक्सेस के लिए इसी मेमोरी में अस्थाई तौर पर संग्रहित किया जाता है।
लेवल 3 - यह मेमोरी
भी अस्थाई होती है जिस समय हम किसी प्रोग्राम में या किसी सॉफ्टवेयर में कार्य कर रहे
होते है यह केवल तब तक ही रहती है उसके बाद इसका डाटा इरेस हो जाता है।
लेवल 4 - यह अतरिक्त
एक्सटर्नल स्मृति होती है जैसे कोई पेनड्राइब इसमें सेव किया गया डाटा परमानेंट होता
है अर्थार्त वह इरेस नहीं होता है।
3. प्राथमिक मेमरी (What is Primary Memory)
प्राइमरी मेमोरी दो तरह की होती है: RAM और ROM
यह एक अस्थिर (Volatile) स्मृति है। इसका मतलब है कि
यह डेटा या निर्देशों को स्थायी रूप से संग्रहीत नहीं करता है। जब आप कंप्यूटर पर
स्विच करते हैं तो हार्ड डिस्क से डेटा और निर्देश RAM में संग्रहीत होते
हैं।
RAM मैं स्टोर होने वाला डाटा अस्थाई होते
है।
सीपीयू इस डेटा का उपयोग आवश्यक कार्यों को करने के लिए करता है। जैसे ही आप कंप्यूटर को बंद करते हैं RAM सभी डेटा खो देता है।
इस मेमोरी पर बनाते समय जो डाटा या प्रोग्राम जोड़ा जाता है उसे हटाती या खोती नहीं है तो यह मेमोरी स्थाई प्रकृति की होती है जिसमे कंप्यूटर को बूट करने और प्रोग्रामों को रन करना के लिए सभी आवश्यक डेटा और इंस्ट्रक्शन होते हैं।
4. द्वितीयक मेमोरी (What is Secondary Memory)
द्वितीयक स्टोरेज डिवाइस जो कंप्यूटर में बनाए जाते हैं या कंप्यूटर से जुड़े होते हैं, उन्हें कंप्यूटर की सेकंडरी मेमोरी के रूप में जाना जाता है। इसे बाहरी मेमोरी या सहायक भंडारण (Storage) के रूप में भी जाना जाता है।
द्वितीयक मेमोरी को अप्रत्यक्ष रूप से इनपुट / आउटपुट यूनिट के माध्यम से एक्सेस (उपयोग) किया जाता है। यह non-volatile, है, इसलिए कंप्यूटर के बंद होने या जब तक यह डेटा ओवरराइट या डिलीट नहीं हो जाता तब तक भी स्थायी रूप से डेटा को स्टोर करती है। सीपीयू सीधे द्वितीयक मेमोरी तक नहीं पहुँच सकता है। सबसे पहले, Secondary मेमोरी के डेटा को प्राथमिक मेमोरी में स्थानांतरित किया जाता है फिर सीपीयू इसे एक्सेस कर सकता है।
कुछ द्वितीयक मेमोरी devise के नाम -
External Hard Disk
DVD
Pen drive
Compact Disk (CD)
SD Card
मेमोरी यूनिट (What is Memory Unit)
एमोरी यूनिट का उपयोग डेटा को मापने और Represent करने के लिए किया जाता है। आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली मेमोरी यूनिट्स -
1) बिट: (Bit )- बिट (बाइनरी
डिजिट का शार्ट नाम) किसी कंप्यूटर में डाटा को संगृहीत करने या एक्सेस करने की प्रारंभिक
या न्यूनतम यूनिट है । बिट में सिंगल बाइनरी मान होता है (0 or 1) अधिकांश कंप्यूटर
प्रणालियों में, एक बाइट में आठ बिट्स होते हैं।
2) बाइट: (Bite) - कंप्यूटर मेमोरी में बिट के बाद बाईट अगली मेमोरी यूनिट है जिसमें लगभग 8 बाइनरी अंक या बिट्स होते हैं। यह कंप्यूटर में भंडारण के लिए ऑपरेट किये जाने योग्य सबसे छोटी यूनिट है।
3) किलोबाइट (KB): एक किलोबाइट (KB) लगभग 1000 बाइट्स (1024) का एक संग्रह है। एक सामान्य ईमेल भी सिर्फ 1 या 2 किलोबाइट लेगा, या फिर माइक्रोसॉफ्ट
वर्ड में कोई फाइल बनाई जाये जिसमे एक पेज में अंग्रेजी के अल्फाबेट हों तो वह भी लगभग
10 से 15 KB तक में होगी।
4) मेगाबाइट(MB): एक मेगाबाइट लगभग 1 मिलियन बाइट्स या लगभग 1000 किलोबाइट (1024KB) है। कुछ ही मिनटों की एक MP3 ऑडियो फाइल या एक डिजिटल कैमरे से 10 मिलियन पिक्सेल की इमेजआमतौर पर कुछ मेगाबाइट तक होती है।
5) गीगाबाइट (GB): एक गीगाबाइट (GB) लगभग 1 बिलियन बाइट्स या 1 हज़ार मेगाबाइट्स (1024
MB) है। एक पेनड्राइव 2GB से 256 GB तक की हो सकती है या मेमोरी कार्ड भी लगभग इतना
ही हो सकता है।
6) टेराबाइट (TB): एक टेराबाइट (टीबी) लगभग 1000 गीगाबाइट, या लगभग 1 ट्रिलियन बाइट्स (1024 GB) है।